धन्य हो भारत माता !
भगत सिंह और बिस्मिल भी तुम्हीं पैदा करती हो और जयचंद और मीर जाफर को भी तुम्हीं जन्म देती हो !
यहाँ तो जयचंद और मीरजाफरों को पद्मश्री दिया जाता है और भगत सिंह और बिस्मिल की रोटी भी छीन ली जाती है !
अंधेर नगरी चौपट राजा, टका सेर भाजी टका सेर खाजा
दिन का उजाला है और उल्लूओं का शासन है.
आज तक चौथे स्तंभ की सुरक्षा करने वाले न जाने कितने देश भक्त देशद्रोहियों की गोलियों का निशाना बन गए !
भष्टाचार की चक्की में
पिस गए सभी देश भक्त
मानवता को रौंद दिए सब
मचा है हाहाकार
हो मानव मचा है हाहाकार !!
सवाल राष्ट्र के सम्मान का है, जवाब आपका है। जरा सोचिए देश के हर हिस्से में झंडा फहराने की छूट है, तो कश्मीर घाटी में क्यों नहीं?
"मंदिर से मस्जिद से निकलो गिरजे व् गुरुद्वारों से !
करो देश की आज हिफाजत भीतर के गद्दारों से !!"
जयहिंद
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